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1.Cr.PC, 1973 का अधिनियम संख्यांक क्या है?
1974 का अधिनियम संख्यांक 2
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1974 का अधिनियम संख्यांक 8
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1973 का अधिनियम संख्यांक 2
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1973 का अधिनियम संख्यांक 8
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2.Cr.PC 1973 कब प्रवृत्त हुई?
1 अप्रैल, 1973
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1 अप्रैल, 1974
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30 अप्रैल, 1973
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30 अप्रैल, 1974
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3.Cr.PC, 1973 में असंज्ञेय अपराध और असंज्ञेय मामला परिभाषित है -
धारा 2(i)
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धारा 2(j)
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धारा 2(k)
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धारा 2(l)
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4.Cr.PC, 1973 की धारा 6 के अंतर्गत दंड न्यायालयों के कितने वर्ग हैं?
4
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5
✓
3
✓
8
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5.Cr.PC, 1973 के अंतर्गत प्रत्येक सेशन खंड के लिए सेशन न्यायालय कौन स्थापित करता है?
केंद्र सरकार
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उच्च न्यायालय
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राज्य सरकार
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उच्चतम न्यायालय
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6.सेशन जज, सहायक और अतिरिक्त सेशन जज की अनुपस्थिति में उनके कर्तव्यों का निर्वहन कौन करता है?
उच्च न्यायालय के वरिष्ठ जज
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मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट
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प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट
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कार्यपालक मजिस्ट्रेट
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7.Cr.PC, 1974 की धारा 12 के अनुसार उच्च न्यायालय के द्वारा किसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया जाता है?
प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट।
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उच्च न्यायालय में 10 वर्ष का कार्य अनुभव रखने वाले किसी मजिस्ट्रेट।
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उच्चतम न्यायालय के किसी मजिस्ट्रेट।
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कार्यपालक मजिस्ट्रेट।
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8.महानगर मजिस्ट्रेटों के न्यायालय के पीठासीन अधिकारी किसके द्वारा नियुक्त किए जाते हैं?
राज्य सरकार द्वारा
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उच्चतम न्यायालय द्वारा
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उच्च न्यायालय द्वारा
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विधि मंत्रालय के प्रमुख द्वारा
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9.जिला मजिस्ट्रेट किसके परामर्श से लोक अभियोजक और अपर लोक अभियोजक नियुक्त किए जाने हेतु योग्य व्यक्तियों के नामों का पैनल तैयार करता है?
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के परामर्श से
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राज्य सरकार के परामर्श से
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सेशन न्यायाधीश के परामर्श से
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उच्च न्यायालय के परामर्श से
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10.क्या कोई पुलिस अधिकारी सहायक लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त होने का पात्र होगा ?
नहीं।
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हाँ! यदि वह निरीक्षक की पंक्ति से ऊपर का हो।
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हाँ! यदि उसने उस अपराध के अन्वेषण में भाग न लिया हो।
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उपरोक्त 2 एवं 3 दोनों।
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11.जहां कारावास मुख्य दंडादेश के भाग के रूप में हो वहाँ कारावास की अवधि -
1 चौथाई से अधिक नहीं होगी।
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1 तिहाई से अधिक नहीं होगी.।
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मजिस्ट्रेट के विवेक पर निर्भर है।
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उपरोक्त में से कोई नहीं।
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12.एक ही विचारण में कई अपराधों के लिए दोषसिद्ध होने के मामले में दिया जाने वाला दंडादेश -
न्यायालय के निर्देशानुसार उक्त दंड साथ साथ भोगे जाएंगे।
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किसी भी दशा में ऐसा व्यक्ति 14 वर्ष से अधिक की अवधि के लिए दंडादिष्ट नहीं किया जाएग।
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संकलित दंड उस दंड की मात्रा से दोगुने से अधिक नहीं होगा जिसके लिए उक्त न्यायालय सक्षम है।
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उपरोक्त सभी।
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13.Cr.PC, 1973 के अधीन उच्च न्यायालय या राज्य सरकार द्वारा सरकार की सेवा में पद धारण करने वाले व्यक्ति इस संहिता के अधीन प्राप्त शक्तियाँ कहाँ प्रयोग कर सकते हैं।
राज्य सरकार द्वारा समय समय पर इस हेतु निर्देश दिये जाते हैं।
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किसी समग्र स्थानीय क्षेत्र के लिए।
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उपरोक्त दोनों।
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इनमें से कोई नहीं।
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14.वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की शक्तियाँ कौन सी धारा में प्रावधानित हैं?
धारा 36
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धारा 37
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धारा 34
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धारा 35
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15.क्या जनता द्वारा IPC, 1860 की धारा 364क (फिरौती, आदि के लिए व्यपहरण से संबंधित अपराध) की इत्तला दी जा सकती है? यदि हाँ तो संबन्धित प्रावधान कौन सा है?